Monday, August 29, 2011

पिनकोड क्या है और इसे क्यों बनाया गया है?



पिनकोड क्या है और इसे क्यों बनाया गया है?



पिनकोड यानी पोस्टल इंडेक्स नम्बर भारतीय डाकव्यवस्था के वितरण के लिए बनाया गया नम्बर है। छह संख्याओं के इस कोड में सबसे पहला नम्बर क्षेत्रीय नम्बर है। पूरे देश को आठ क्षेत्रीय और नवें फंक्शनल जोन में बाँटा गया है। इसमे दूसरा नम्बर उप क्षेत्र का नम्बर है। तीसरा नम्बर सॉर्टिंग डिस्ट्रिक्ट का नम्बर है। अंतिम तीन संख्याएं सम्बद्ध डाकघरों से जुड़ी हैं।

देश के नौ ज़ोन इस प्रकार हैः-

1.दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, चंडीगढ़

2.उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड

3.राजस्थान, गुजरात, दमण और दीव, दादरा और नगर हवेली

4.गोवा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़

5.आंध्र प्रदेश, कर्नाटक
6.तमिलनाडु, केरल, पुदुच्चेरी, लक्षद्वीप
7.उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय, अंडमान और निकोबार
8.बिहार और झारखंड
9.आर्मी पोस्ट ऑफिस (एपीओ) और फील्ड पोस्ट ऑफिस (एफपीओ)

पहली दो-तीन संख्याएं       पोस्टल सर्किल
11                 दिल्ली
12 और 13         हरियाणा
14 से  15           पंजाब
16                 चंडीगढ़
17                 हिमाचल प्रदेश
18 से 19                 जम्मू कश्मीर
20 से 28                उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड
30 से 34                राजस्थान
36 से 39                 गुजरात
40                 गोवा
40 से 44                 महाराष्ट्र
45 से 48                 मध्य प्रदेश
49                 छत्तीसगढ़
50 से 53                 आंध्र प्रदेश 
56 से 59                 कर्नाटक
60 से 64                 तमिलनाडु
67 से 69                 केरल
682                 लक्षद्वीप
70 से 74                 पश्चिम बंगाल
744                 अंडमान और निकोबार 
75 से 77                 उड़ीसा
78                 असम
79                 अरुणाचल प्रदेश
793, 794, 783123         मेघालय
795                 मणिपुर
796                 मिजोरम
799                 त्रिपुरा
80 से 85                 बिहार, झारखंड


बॉम्बे हाईकोर्ट और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की जगह मुम्बई का नाम क्यों नहीं लिखते जबकि शबर का नाम बदल गया है?

ये संस्थाओं के नाम हैं और इन्हें उसी रूप में लिखा जाता है, जिस रूप में इनकी बुनियाद पड़ी थी। इसी तरह कलकत्ता हाईकोर्ट, मद्रास हाईकोर्ट के नाम हैं। 

रॉकेट बनाने की प्रेरणा कहीँ से मिली?

रॉकेट बनने से पहले प्रक्षेपास्त्र बन चुके थे। धनुषवाण और अग्निवाण दूर फेंक कर मारे जाने हथियार थे। नौवीं सदी में चीन के ताओ कीमियागारों ने बारूद की खोज की तो बम, तोप, अग्निबाणों और रॉकेटों की पृष्ठभूमि तैयार हो गई।

भारत में कार्निवोरस प्लांट की कौन सी प्रजातियाँ उपलब्ध हैं?

नेपेंथीस खासियाना

 भारत में नेपेंथीस खासियाना नाम का प्लांट मेघालय के आसपास की खासी-गारो पहाड़ियों में मिलता है। यह पिचर प्लांट की एक प्रजाति है और लुप्त होती जा रही है। इसे संरक्षण दिया जा रही है। इसी तरह यूट्रीक्युलेरिया की एक प्रजाति महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में मिली है। इस प्रजाति के अल्बोक्युरेलिया, ऐरक्युआटा, सेसिली जैसे प्लांट भारत में मिलते हैं। यो लोग अपने घरों में वीनस फ्लाईट्रैप्स, संड्यूस और नेपेंथीस लगाते हैं। इनकी देखभाल काफी करनी होती है।

जैसे भारत में साँप पकड़ने वाली जातियाँ हैं क्या वैसे ही दूसरे देशों में भी जातियाँ मिलती हैं? 


 भारत और पाकिस्तान में साँप पकड़ने के अलावा साँप को देखना एक तरीके का रोड शो है। हमारी जातीय व्यवस्था में कुछ लोगों का व्यवसाय साँपों का तमाशा दिखाना है। इन्हें साँप पकड़ने वाले कह सकते हैं, पर दक्षिण बारत में तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में रहने वाली इरुला जनजाति ने सैकड़ों साल से साँप पकड़ने की कला विकसित की है। कहा जाता है कि ये लोग मूलतः अफ्रीका से आए हैं। इसी तरह की एक जनजाति बर्मा यानी म्यामार में भी पाई जाती है। साँप पकड़ने में सिद्धहस्त लोग अफ्रीका में भी होते हैं, पर पूरे के पूरे कबीले का काम सांप पकड़ना हो, ऐसा भारत ही दिखाई पड़ता है।

जस्टिस सौमित्र सेन पर क्या आरोप हैं? क्या देश में इसके पहले भी किसी जज के खिलाफ कार्रवाई हुई है?

कलकत्ता हाईकोर्ट के जज सौमित्र सेन सन 1984 में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड तथा शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के बीच एक विवाद के सिलसिले में रिसीवर बनाए गए थे। उनपर आरोप है कि उन्होंने उस दौरान 33,22,800 रु का घोटाला किया। देश में जजों के खिलाफ इसके पहले भी कार्रवाई हुई है। संसद में इसके पहले सन 1993 में सुप्रीम कोर्ट के जज वी रामास्वामी के खिलाफ महाभियोग आया था, पर महाभियोग की कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई। 

द ग्रेट वॉल का निर्माण कब हुआ और इसे क्यों बनाया गया?


आपका आशय चीन की दीवार से है। यह एक दीवार नहीं, अनेक दीवारें हैं, जो ईपू पाँचवी सदी से बननी शुरू हुई थीं और सोलहवीं सदी तक बनती रहीं। इन्हें बनाने का उद्देश्य चीन के उत्तरी भाग की बाहरी लोगों के हमलों से रक्षा करना था। 

देश के सबसे युवा और सबसे उम्रदार सांसदों के नाम क्या हैं?


अहमद हमदुल्ला सईद लक्षद्वीप से सन 2009 में जब जीते थे तब उनकी उम्र 26 साल थी। हाजीपुर बिहार से चुनकर आए जेडीयू के सांसद राम सुन्दर दास 88 वर्ष के थे, जब 2009 में चुने गए।

गीतकार गुलज़ार ने सबसे ज्यादा गीत किस संगीतकार के लिए लिखे हैं?



उन्होंने सबसे ज्यादा 16 फिल्मों में आरडीबर्मन के लिए गीत लिखे। यों उन्होंने सलिल चौधरी, हेमंत कुमार और अनु मलिक के लिए भी काफी गीत लिखे। हाल में एआर रहमान और विशाल भारद्वाज के लिए भी उन्होंने काफी गीत लिखे हैं। 

मोमबत्तियाँ कब से प्रचलन में हैं?


मोमबत्ती पुरानी मशालों का सुधरा रूप है। पुराने राजमहलों में लगने वाले शैंडलेयर कैंडिल लगाने के लिए ही थे। सबसे पुरानी मोमबत्ती का उल्लेख ईसा से 200 साल पहले चीन में मिलता है। उस समय तक मोम का आविष्कार नहीं हुआ था। चीन में ह्वेल मछली की चर्बी से मोमबत्ती बनती थी। युरोप में चर्बी, ऑलिव ऑयल और प्राकृतिक मोम को मिलाकर कैंडल बनाई गईं.। पैराफिन वैक्स जिसे आज हम मोम कहते हैं 1830 में खोजा गया।

 क्या बच्चों को भी हार्ट अटैक हो सकता है?

हृदय के रोग सिर्फ बड़े लोगों को ही नहीं होते। ये छोटे बच्चों को भी हो सकते हैं। अमेरिका में औसतन 16000 बच्चे हर साल कार्डियक अरेस्ट के शिकार होते हैं।  

2 comments:

  1. रुचिकर,ज्ञान वर्धक ब्लॉग है आपका चाहे जब भी आयें कुछ नयी जानकारी मिल ही जाती है...

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  2. Mera Prashna ye hai ki...............

    LLB 3 year me kaun kaun admission le sakta hai, Iske liye kya yogyata honi chahiye, Bar council of india ke kya rule hai LLB admission ko lekar ?? Kya sarkari naukari kar raha koi vyakti llb kar vakalat b kar sakta hai???


    Sani singh chandel, Allahabad
    ss.alld91@gmail.com

    ReplyDelete

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